कार्तिक व्रत कैसे करें
[ 9अक्टूबर से 8 नवंबर ]
🔆 हरे कृष्ण महामंत्र का अधिक से अधिक जब करें :
-कार्तिक में हरे कृष्ण महामंत्र की अधिक से अधिक माला जपना अति आवश्यक है।
🔆 सुबह जल्दी उठें ( ब्रह्म मुहूर्त को प्राथमिकता दें )
🔆 पवित्र स्नान करें, कार्तिक मास में विशेष रूप से ब्रह्म मुहूर्त में प्रात:काल स्नान करना अति शुभ माना जाता है।
🔆 भगवान के मंगल आरती दर्शन करें (ISKCON मायापुर या वृन्दावन लाइव youtube पर देख सकते हैं)
🔆 प्रतिदिन दामोदर अष्टकम का पाठ करें।
🔆 दीप दान :
कार्तिक मास में भगवान दामोदर को दीप अर्पित करने का बहुत ही विशेष महत्व है आप इस अनुष्ठान को दिन में दो बार भी कर सकते हैं। लेकिन दिन में एक बार दीपक अवश्य चढ़ाएं -
पहला चरण - भगवान के चरणकमलो के चारों ओर 4 बार
दूसरा चरण नाभि - 2 बार
तीसरा चरण मुख - 3 बार
चौथा चरण - पूरे शरीर के चारों ओर 7 बार।
🔆 तुलसी सेवनम : कार्तिक मास में तुलसी महारानी की सेवा करना बहुत महत्वपूर्ण है।
🔆 शास्त्र/पुस्तक पढ़ना : भगवद गीता और श्रीमद्भागवतम पढ़ना बहुत महत्वपूर्ण है श्रीमद्भागवतम और भगवद गीता का 1 श्लोक सभी पुराणों को पढ़ने के बराबर है!
🔆 वैष्णव सेवा
🔆 स्तोत्र पाठ करना:
( इनमे से कुछ स्त्रोत्र चुन सकते हैं और सुनिश्चित करें कि आप उन्हें उन्हें रोजाना पढ़ें )
-गजेंद्र स्तुति
-शिक्षाष्टकम
भगवद्गीता का -12वां अध्याय
-गोपी गीत
-कृष्ण की 1 लीला "श्रीकृष्ण" पुस्तक से।